बीते 15 दिसंबर से देशभर के 523 टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है.अब हर छोटे या बड़े वाहन पर फास्टैग लगाना जरूरी हो गया है. हालांकि लोगों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए 15 जनवरी तक फास्टैग की अधिकतम 25 फीसदी लेन को हाइब्रिड रखा गया है. इसका मतलब ये हुआ कि इन हाइब्रिड लेन्स में 15 जनवरी तक फास्टैग के साथ कैश पेमेंट से भी तय टोल दिया जा सकेगा.
1.10 करोड़ फास्टैग जारी किए गए
इस बीच, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने बताया है कि विभिन्न बिक्री केंद्रों (पीओएस) के जरिए करीब 1.10 करोड़ फास्टैग जारी किए गए हैं. राजमार्ग प्राधिकरण रोज करीब डेढ़ से 2 लाख फास्टैग की बिक्री देख रहा है. एनएचएआई के अधिकारी ने बताया कि हर दिन टोल कलेक्शन करीब 46 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
अधिकारी ने कहा, "फास्टैग व्यवस्था शुरू होने के आठ दिन के भीतर ही फास्टैग से रोजाना आधार पर टोल लेनदेन की संख्या करीब 24 लाख पर पहुंच गई है." उन्होंने बताया कि राजमार्ग प्राधिकरण इस व्यवस्था के शुरू होने के बाद से यात्रियों द्वारा उठाई जा रही समस्याओं को सुलझाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है. अब तक उठाए गए सभी मुद्दों पर एनएचएआई के अधिकारी काम कर रहे हैं.